Ration Card New Rule: सरकार का बड़ा एक्शन! 54 लाख राशन कार्ड एक झटके में किए रद्द – क्या आपका भी नाम है लिस्ट में?

बड़ी खबर राशन कार्ड धारकों के लिए! भारत सरकार ने राशन कार्ड से जुड़े नए नियम लागू किए हैं, जिसके तहत देशभर में 54 लाख राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं। यह कदम नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट (NFSA) के तहत लिया गया है ताकि केवल जरूरतमंद लोग ही मुफ्त या सस्ता राशन पा सकें। ई-केवाईसी और आधार लिंकिंग के जरिए अपात्र लोगों की पहचान की गई, जिनमें आयकर दाता, बड़े संपत्ति मालिक और सरकारी कर्मचारी शामिल हैं। राशन कार्ड धारक अब scholarships.gov.in पर अपनी स्थिति जांच सकते हैं। आइए जानें इस फैसले की पूरी जानकारी, कौन प्रभावित हुआ, और आप क्या कर सकते हैं!

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क्यों रद्द हुए 54 लाख राशन कार्ड?

सरकार ने राशन कार्ड की जांच के लिए बड़े पैमाने पर ई-केवाईसी और आधार लिंकिंग अभियान चलाया। इसका मकसद था कि राशन का लाभ सिर्फ गरीब और पात्र लोगों तक पहुंचे। इस प्रक्रिया में 54 लाख राशन कार्ड अपात्र पाए गए और रद्द कर दिए गए। इसमें वे लोग शामिल हैं जो आयकर दाता हैं, जिनके पास चार पहिया वाहन या बड़ी संपत्ति है, या जो सरकारी योजनाओं का गलत फायदा उठा रहे थे। X पर लोग इस फैसले को लेकर चर्चा कर रहे हैं, कुछ इसे सही बता रहे हैं, तो कुछ चिंतित हैं कि उनका कार्ड गलती से रद्द न हो जाए।

कौन से लोग प्रभावित हुए?

राशन कार्ड रद्द होने की मुख्य वजहें इस प्रकार हैं:

मानदंड विवरण
आय सीमा ग्रामीण क्षेत्र: ₹2 लाख/वर्ष से अधिक; शहरी क्षेत्र: ₹3 लाख/वर्ष से अधिक
संपत्ति चार पहिया वाहन, 4 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन, या कमर्शियल प्रॉपर्टी
अन्य योजनाएँ अन्य सरकारी सब्सिडी (जैसे LPG) लेने वाले बिना आधार लिंकिंग
सरकारी कर्मचारी सरकारी नौकरी वाले या आयकर दाता

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 18 लाख कार्ड रद्द हुए, जिसमें मुंबई में 4.8 लाख और ठाणे में 1.35 लाख शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में 13,000 कार्ड रद्द हुए, खासकर आयकर दाताओं के। अगर आपका कार्ड गलती से रद्द हुआ है, तो जिला आपूर्ति कार्यालय में हलफनामा देकर इसे बहाल कर सकते हैं।

नया नियम क्या कहता है?

2025 से राशन कार्ड के लिए नए नियम लागू हैं:

  • हर 5 साल में ई-केवाईसी अनिवार्य, नहीं तो कार्ड निष्क्रिय हो सकता है।
  • 6 महीने तक राशन न लेने पर कार्ड अस्थायी रूप से बंद हो सकता है; 3 महीने में ई-केवाईसी से बहाल संभव।
  • 18 साल से कम उम्र वालों के लिए अलग राशन कार्ड नहीं बनेगा।
  • 5 साल से कम उम्र के बच्चों का आधार नंबर देना होगा; 5 साल बाद ई-केवाईसी जरूरी।
  • ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना के तहत अब कहीं भी राशन ले सकते हैं।

1 जनवरी 2025 से ₹1,000 मासिक राशन के साथ अतिरिक्त मदद की योजना भी शुरू हो सकती है, जिसके लिए ई-केवाईसी जरूरी है। कुल ₹11.8 लाख करोड़ का बजट 80 करोड़ लोगों के लिए है।

अपनी स्थिति कैसे जांचें?

अपना राशन कार्ड स्टेटस चेक करना आसान है:

  • अपने राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग की वेबसाइट (जैसे nfsa.gov.in) पर जाएं।
  • “राशन कार्ड स्टेटस” या “Beneficiary List” पर क्लिक करें।
  • आधार नंबर, राशन कार्ड नंबर, या मोबाइल नंबर डालें।
  • OTP से वेरिफाई करें और स्टेटस देखें।
  • अगर कार्ड रद्द हुआ है, तो जिला आपूर्ति कार्यालय में हलफनामा और आय प्रमाणपत्र जमा करें।
  • NSP मोबाइल ऐप या UMANG ऐप से भी स्टेटस चेक कर सकते हैं।

X पर लोग सलाह दे रहे हैं कि जल्दी से ई-केवाईसी करा लें ताकि राशन का लाभ न रुके। गलत रद्दीकरण के लिए समय पर अपील करें।

इसका क्या असर होगा?

54 लाख राशन कार्ड रद्द होने से पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (PDS) ज्यादा पारदर्शी होगा। सरकार का कहना है कि इससे सही लोगों तक राशन पहुंचेगा, जैसे कि मुफ्त गेहूं, चावल, नमक और बाजरा। 2023 में NFSA के लिए ₹1.97 लाख करोड़ का बजट था, जो 81.35 करोड़ लोगों को लाभ देता है। हालांकि, कुछ लोग चिंतित हैं कि गलत रद्दीकरण से गरीब परिवार प्रभावित हो सकते हैं। X पर कुछ यूजर्स ने बताया कि आयकर रिटर्न दाखिल करने की वजह से उनका कार्ड रद्द हुआ, जबकि उनकी आय कम थी। ऐसे में हलफनामा देकर कार्ड बहाल करना जरूरी है।

क्या करें राशन कार्ड धारक?

अब समय है सतर्क रहने का! अपनी स्थिति scholarships.gov.in या nfsa.gov.in पर जांचें। अगर आपका कार्ड रद्द हुआ है और आप पात्र हैं, तो तुरंत जिला आपूर्ति कार्यालय में आय प्रमाणपत्र और हलफनामा जमा करें। ई-केवाईसी के लिए आधार और मोबाइल नंबर तैयार रखें। अगर आप नया राशन कार्ड चाहते हैं, तो M-Ration Mitra ऐप या state-specific पोर्टल पर आवेदन करें। @NFSA_India को X पर फॉलो करें, लेकिन सटीक जानकारी के लिए nfsa.gov.in पर भरोसा करें। 31 अक्टूबर 2025 तक ई-केवाईसी कराएं और मुफ्त राशन का लाभ लें—अपना हक सुरक्षित करें!

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